विषय का पाठ्यक्रम : –
- विषय – ” वैवाहिक जीवन और स्त्री – पुरुष सम्बन्ध ” का महत्व – भारतीय परिप्रेक्ष्य में .
- ज्योतिष का प्रारम्भिक ज्ञान : –
- ज्योतिष क्या है .
- ग्रहों का परिचय .
- नक्षत्रों की जानकारी .
- राशियों का परिचय .
- काम भाव और विवाह के प्रमुख ग्रह .
- स्त्री जातक : –
- चरित्र निर्धारण .
- विवाह .
- पुरुष जातक : –
- चरित्र .
- पुरुष का यौन – जीवन .
- जीवनसाथी कैसा होगा ?
- जीवनसाथी का रंगरूप, सौन्दर्य ,स्वभाव .
- जीवनसाथी की शिक्षा उसका प्रोफेशन .
- विवाह की आयु / संख्या / प्रकार.
- प्रेम – विवाह .
- ” काम – भाव – महत्वपूर्ण पुरुषार्थ “
- वात्सायन का काम – सूत्र .
- फ्रायड और लिबेडो की भूमिका.
- सहज कामवासना .
- विकृत कामवासना .
- लिंग – सिद्धांत – ग्रह और राशियों के आधार पर .
- काम – भाव पर नक्षत्रों का प्रभाव .
- सभी लग्नों में जन्मे जातकों पर काम – सम्बन्धी फल.
- विशिष्ट अध्ययन – 5 , 7 , 11 , 12 भाव .
- ” वाइफ स्वेपिंग ” – जीवनसाथी की अदला – बदली ( छुपी हुई काम – विकृति)
- समलैंगिकता .
- विभिन्न उदाहरण .